I have principle and no power
You have power and no principle
You being you
And I being I
Compromise is out of the question
So let the battle begin...
I have truth and no force
You have force and no truth
You being you
And I being I
Compromise is out of the question
So let the battle begin...
You may club my skull
I will fight
You may crush my bones
I will fight
You may bury me alive
I will fight
With truth running through me
I will fight
With every ounce of my strength
I will fight
With my last dying breath
I will fight...
I will fight till the
Castle that you built with your lies
Comes tumbling down
Till the devil you worshipped with your lies
Kneels down before my angel of truth.
(Bhuchung Sonam)
No man is an island entire of itself; every man
is a piece of the continent, a part of the main;
any man's death diminishes me,
because I am involved in mankind.
And therefore never send to know for whom
the bell tolls; it tolls for thee.
(John Donne)
जब विघ्न सामने आते हैं,
सोते से हमें जगाते हैं,
मन को मरोड़ते हैं पल-पल,
तन को झँझोरते हैं पल-पल।
सत्पथ की ओर लगाकर ही,
जाते हैं हमें जगाकर ही।
वाटिका और वन एक नहीं,
आराम और रण एक नहीं।
वर्षा, अंधड़, आतप अखंड,
पौरुष के हैं साधन प्रचण्ड।
वन में प्रसून तो खिलते हैं,
बागों में शाल न मिलते हैं।
(Ramdhari Singh Dinkar)
हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए,
इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए।
आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी,
शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए।
हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गाँव में,
हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए।
सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं,
सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए।
मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही,
हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए।
(दुष्यन्त कुमार)